Golden Temple Fact in Hindi
स्वर्ण मंदिर – Golden Temple यह मंदिर भारत के पंजाब राज्य में अमृतसर में स्थित है और इसके निर्माण में सोना धातु का इस्तेमाल हुआ है यही कारण है की इसे स्वर्ण मंदिर कहा जाता है। स्वर्ण मंदिर को श्री हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है यह मंदिर सिख धर्म का यह मुख्य देवस्थान भी है! यहां दुनिया भर के लाखो लोग आकर्षित होते है केवल सिख धर्म के लोग ही नही बल्कि दूसरे धर्मो के लोग भी इस मंदिर में आते है। तो आइए जानते है स्वर्ण मंदिर रोचक जानकारी:-
स्वर्ण मंदिर एक नजर में – Golden Temple information
गोल्डन टेंपल कहां स्थित है | अमृतसर, पंजाब |
स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) को अन्य किस नाम से जाना जाता है | श्री दरबार साहिब/श्री हरमिंदर साहेब |
गोल्डन मंदिर का निर्माण कार्य किसने शुरू किया था | गुरु रामदास ने |
गोल्डन मंदिर कब बनाया गया था | 1577 में |
गोल्डन मंदिर को पूरा बनवाने का कार्य किसने किया | गुरु अर्जुन देव ने |
स्वर्ण मंदिर (गोल्डन टेंपल) के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य – Golden Temple Fact in Hindi
- गोल्डन टेम्पल (स्वर्ण मंदिर) को हरमिंदर साहेब और श्री दरबार साहिब के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो यह मंदिर सिख धर्म का पवित्र स्थान है लेकिन अन्य धर्मों के लोग भी इसके धार्मिक महत्व और अद्भुत बनावट को देखने यहां आते हैं।
- स्वर्ण मंदिर के निर्माण के लिए चौथे सिख गुरु रामदास साहिब जी ने कुछ जमीन दान दी थी, जबकि प्रथम सिख गुरु नानक और पांचवे सिख गुरु अर्जुन साहिब ने गोल्डन टेम्पल की अनूठी वास्तुकला की डिजाइन तैयार की थी।
- वहीं इसका निर्माण कार्य 1577 ईसवी में शुरु किया गया था।
- सिख धर्म के इस पवित्र तीर्थस्थल के अंदर ही एक अकाल तख्त भी स्थित है, जिसे सिख धर्म के छठवें गुरु हरगोविंद जी का घर माना जाता है। इस तख्त का निर्माण 1606 में बनाया गया था।
- आपको बता दें कि मंदिर के प्रवेश द्वार के पास सेंट्रल सिख संग्रहालय (Museum) स्थित है। यह स्वर्ण मंदिर के मुख्य आर्कषणों में से एक है। इस म्यूजियम में जाकर कोई भी व्यक्ति इस भव्य मंदिर के इतिहास की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकता हैं।
- स्वर्ण मंदिर का सबसे प्रसिद्ध और आकर्षक पहलू इसका चमकीला सुनहरा गुंबद और स्वरूप है। स्वर्ण मंदिर तीन मंजिला संरचना है। इसके अलावा, मंदिर 67-फुट वर्गाकार संगमरमर पर बना है
- महाराजा रणजीत सिंह ने मंदिर के गुम्बद पर लगभग 400 किलो सोने की परत चढ़वाई थी। आपको बता दें स्वर्ण मंदिर के आसपास कई प्रसिद्ध मंदिर भी हैं।
- सिखों के चौथे गुरु, गुरु रामदास द्वारा यहाँ एक तालाब का निर्माण करवाया गया था, जिसका नाम अमृतसर या अमृत सरोवर है! इसी अमृत सरोवर के बीचोबीच गोल्डन टेंपल स्थित है जिसमें सिक्खों के पवित्र ग्रंथ “गुरु ग्रंथ साहिब” को रखा गया है! रात के समय में तालाब के बीच में बना यह विशाल स्वर्ण मंदिर देखने में बेहद आर्कषक लगता है।
- मंदिर के परिसर में सिर खोलकर जाने पर मनाही है, स्कार्फ या फिर रुमाल, दुपट्टा आदि बांधकर ही इसमें अंदर प्रवेश किया जा सकता है।
- अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर भारत का एक प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है यहां दूर दूर से लोग इसकी सौंदर्य और आकर्षण को देखने आते हैं
- 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के समय इस भव्य स्वर्ण मंदिर और अकाल तख्त को काफी नुकसान पहुंचा था। इस ऑपरेशन में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारतीय सेना को स्वर्ण मंदिर में छिपे धर्म युद्ध मोर्चा को रोकने के लिए सेना और टैंक मंदिर में प्रवेश करवाए दिए थे, और इसे सिखों ने अपने धर्म का अपमान समझा इसी वजह से सेना के जवान और सिखों के बीच काफी संघर्ष छिड़ गया था। इस निर्मम ऑपरेशन का बदला इंदिरा गांधी जी के सिख बॉडी गार्ड ने उनकी हत्या कर लिया था।
- हालांकि, सन 1986 में राजीव गांधी जी ने फिर से स्वर्ण मंदिर में अकाल तख्त का निर्माण करवा दिया था, लेकिन फिर साल 1989 में इस तख्त का हटा दिया गया। इसके बाद साल 1999 में कार सेवकों ने फिर से अकाल तख्त का निर्माण करवा दिया।