Wright Brothers Biography in Hindi
Wright Brothers – राइट बंधू के नाम से मशहूर ओर्विल और विल्बुर असल में दो अमेरिकी भाई, विमान के पहले खोजकर्ता है, जिन्हें दुनिया के पहले सबसे सफल एयरप्लेन की खोज करने, बनाने और उसे उड़ाने का श्रेय दिया जाता है। 17 दिसम्बर 1903 को उन्होंने पहली नियंत्रित और निरंतर उड़ान भरने वाली फ्लाइट बनाई थी, जो एयरक्राफ्ट से भी ज्यादा भारी थी। 1904-05 में राइट बंधुओ ने पहले प्रैक्टिकल तय विंग विमान में फ्लाइंग मशीन विकसित की थी।
राइट बंधू विमान को बनाने और उड़ाने वाले पहले व्यक्ति ही नही बल्कि विमान को नियंत्रित करने वाली फ्लाइट की खोज करने वाले भी वे पहले व्यक्ति थे।
विमान के पहले खोजकर्ता “राइट बंधू” के बारे में – Wright Brothers Biography in Hindi
इन बंधुओ को अपनी मौलिक सफलता तीन-अक्षो को नियंत्रण करने में मिली, जिससे पायलट आसानी से विमान को रास्ते पर ला सकता था और उसके संतुलन को भी बनाए रख सकता था। इसके बाद से यही विधि सभी प्रकार के विमानों को नियंत्रित करने की विधि बन चुकी थी।
वैमानिक कार्य के शुरू से ही राइट बंधू का ध्यान पायलट के नियंत्रण के लिए एक विश्वसनीय तरीका विकसित करने पर था, ताकि पायलट उड़ने के दौरान आणि वाली समस्याओ को दूर कर सके। उनका यह दृष्टिकोण उस समय के दुसरे खोजकर्ताओ से काफी अलग था। उस समय दुसरे खोजकर्ता शक्तिशाली इंजन को विकसित करने में ज्यादा ध्यान लगा रहे थे।
छोटी और घर पर ही बनाई हुई हवा सुरंग का उपयोग कर, राइट ने सटीक डाटा भी जमा कर लिया था, जिनकी सहायता से वे आसानी से डिजाईन और पंख बना सके और इससे पहले इतना सटीक डाटा किसी ने जमा नही किया था। उनका पहला यूनाइटेड स्टेट पेटेंट, 821393, इस बात का दावा नही करता की उन्होंने ही फ्लाइंग मशीन की खोज की है लेकिन इसकी बजाये उसमे वैमानिक नियंत्रण तंत्र की खोज का उल्लेख किया गया है।
इसके बाद अपनी दूकान में प्रिंटिंग प्रेस, बाइसिकल, मोटर्स और दूसरी मशीनो के साथ काम करके उन्होंने काफी मैकेनिकल ज्ञान और तकनीके हासिल कर ली थी। बल्कि बाइसिकल के साथ किये गये उनके कार्यो ने उनके भरोसे को और अधिक बढाया और उन्हें इस बात का यकीन भी हो चूका था की अनियंत्रित गाड़ी जैसे फ्लाइंग मशीन को कोशिशो के साथ नियंत्रित और संतुलित भी किया जा सकता है।
1900 से 1903 में अपन पहली पॉवर फ्लाइट तक उन्होंने व्यापक ग्लाइडर टेस्ट करवाए, जिससे पायलट के रूप में उनका कौशल भी विकसित होता गया। उनकी बाइसिकल शॉप का एम्प्लोयी चार्ली टेलर उनके समूह का मुख्य सदस्य बन चूका था, राइट बंधुओ ने अपने पहले एयरप्लेन इंजन का निर्माण उसके साथ मिलकर ही किया था।
राइट बंधुओ को एयरप्लेन की खोज का दर्जा दिए जाने पर बहुत से लोगो ने इसके अधिन शंका भी जाहिर की थी। प्राचीन उड़ाकूओ ने भी इसका विरोध किया और उस समय एक बड़ा विवाद खड़ा हो चूका था। उस समय डेटन एविएशन हेरिटेज नेशनल हिस्टोरिकल पार्क के इतिहासकार एडवर्ड रोअच ने यह दावा किया था की वे खुद एक अच्छे इंजिनियर है, जो छोटी कंपनी चलाते है, लेकिन उन्होंने कहा था की मुझमे एविएशन उद्योग को नियंत्रित करने वाली योग्यताए और कौशक नही है।
पारिवारिक फ्लाइट:
25 मई 1910 को हुफ्फ्मन प्रैरी वापिस आकर ओर्विल्ले ने दो फ्लाइट को संचालित किया। पहली उड़ान उन्होंने 6 मिनट की फ्लाइट में विल्बुर के पास यात्री के रूप में भरी और यही एकमात्र समय था जब राइट बंधू ने साथमे उड़ान भरी हो। उस समय उन्हें उनके पिता से भी उड़ान भरने की इजाजत मिल चुकी थी। वे अक्सर मिल्टन को कहते रहते थे की वे कभी साथ में यात्रा नही करते, क्योकि ऐसा करके वे कभी भी किसी दोहरी त्रासदी का शिकार नही बनना चाहते।
क्योकि उनके अनुसार उड़ान के दौरान यदि कोई त्रासदी होती भी है, तो एक भाई को तो भी प्रयोग करने के लिए जीवित रहना होंगा। दूसरी उड़ान में वे अपने 82 साल के पिता को अपने साथ 7 मिनट की फ्लाइट में ले गये। उस समय यह विमान तक़रीबन 350 फीट ऊँचा गया था। इतना ऊँचा जाने के बावजूद बड़े राइट ने अपने बेटे से कहा था, “और ऊँचा ओर्विल्ले, और ऊँचा।”
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