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स्वामी विवेकानन्द | Swami Vivekananda biography

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 Gk Skill की इस पोस्ट में स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस पोस्ट में दिए गए स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी और आप इनके बारे में अपनी जानकारी बड़ा पाएंगे । Swami Vivekananda Biography and Interesting Facts in Hindi.

स्मरणीय बिंदु:-

  1. भारत में हर वर्ष स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है
  2. स्‍वामी विवेकानन्‍द के गुरू का नाम राम कृष्‍ण परमहंस था
  3. स्‍वामी विवेकानन्‍द के बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्‍त था
  4. स्‍वामी विवेकानन्‍द ने शिकागो में धर्म उपदेश 1893 में दिए थे 

स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda biography)

पूरा नाम- नरेंद्र नाथ दत्त

जन्म ( Born) -12 जनवरी, 1862

मृत्यु (Died) -4 जुलाई, 1902 ( बेल्लूर )

जन्म स्थान- कोलकाता, पश्चिम बंगाल

पिता – सर्वपल्ली वीरास्वामी

माता – सर्वपल्ली सीता ( Sarvepalli Sita )

पत्नी – सिवाकामू राधाकृष्णन

स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda)

  •  स्वामी विवेकानन्द एक भारतीय सन्यासी थे
  •  वे हिन्दुत्वता में जागरूकता फैलाने और दूसरे देशों में योग और वेदांत का ज्ञान देने के लिए प्रसिद्ध हैं
  •  स्वामी विवेकानन्द का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक बंगाली परिवार में हुआ था
  •  उनके बचपन का नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था लेकिन उनकी माँ ने उनका नाम वीरेश्वर रखा था
  •  उनके पिता का नाम विश्वनाथ था जो कलकत्ता हाई कोर्ट में काम करते थे उनकी माता गृहिणी थी
  •  उनके पिता की मृत्यु के बाद स्वामी जी के परिवार ने बहुत गरीबी में जीवन बिताया कई बार स्वामी जी दो दो दिनों तक भूखे रहते थे
  •  स्वामी विवेकानन्द की पढ़ने में बहुत रूचि थी वे महाभारत, रामायण, पुराण, भगवत गीता और वेदों में भी रूचि रखते थे
  •  विवेकानंद ईश्वर चंद्र विद्यासागर institude में पढ़ते थे उन्होंने स्काटिश चर्च कॉलेज से पश्चिमी इतिहास और दर्शन शास्त्र का भी अभ्यास किया था
  •  1884 में उन्होंने बैचलर की डिग्री भी प्राप्त कर ली थी
  •  डिग्री होने के बावजूद भी विवेकानन्द को नौकरी की खोज में इधर उधर भटकना पड़ा परंतु हर जगह केवल असफलता ही हाथ लगी इस कारण उनका भगवान से विश्वाश उठ गया और वे नास्तिक बन गए
  •  बाद में स्वामी विवेकानन्द ब्रह्म समाज के सदस्य बने और भगवान को पाने के रास्ते ढूढ़ने लगे
  •  वे हमेशा लोगो से उनके धर्म और भगवान के बारे में पूछते रहते थे लेकिन कोई भी व्यक्ति उनको जवाब नहीं दे पाता था
  •  नवम्बर 1881 में वे पहली बार स्वामी रामकृष्ण से मिले स्वामी रामकृष्ण ने उनके हर सवाल का जवाब दिया यही उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट था यही से उन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस को अपना गुरु स्वीकार कर लिया
  •  16 अगस्त 1886 को स्वामी रामकृष्ण की मृत्यु हो गयी रामकृष्ण ने विवेकानन्द को सिखाया था कि भगवान की पूजा करने से भी महान कार्य हैं इंसानों की सेवा करना ! Swami Vivekananda biography
  •  खेत्री के महाराजा अजित सिंह ने उनका नाम नरेन्द्रनाथ से विवेकानन्द रखा
  •  खेत्री के महाराजा अजित सिंह नियमित समय पर इनके परिवार को 100 रूपये देते थे
  •  1888 में विवेकानन्द ने पैदल भारत का सफर शुरू किया
  •  जुलाई 1893 में विवेकानन्द विश्व सर्व धर्म सम्मलेन में भाग लेने शिकागो गये थे
  •  उनका पहला हिंदुत्व पर भाषण 11 सितंबर 1893 को विश्व धर्म सम्मेलन में दिया उनकी पहली लाइन ‘सिस्टर एंड ब्रदर्स ऑफ़ अमेरिका’ ने वहाँ मौजूद 7 हजार लोगो का दिल जीत लिया था
  •  शिकागो भाषण के बाद में उन्होंने काफ़ी भाषण दिये और बहुत सी महान हस्तियों से मिले जैसे- भगिनी निवेदिता, मैक्स मुलर, पॉल ड्यूसेन इत्यादि
  •  उन्होंने 1896 में लन्दन में कचौरियां तक बना दी थी
  •  विवेकानन्द 1897 में वापस भारत आये और यहाँ पर सामाजिक मुद्दों पर भाषण दिया करते थे उनके भाषणों से महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस जैसे नेता काफ़ी प्रभावित हुए
  •  1 मई 1897 को इन्होंने अपने गुरु की याद में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की
  •  11 सितम्बर को “विश्व भाईचारा दिवस” मनाया जाता है इसी दिन स्वामी विवेकानंद ने शिकागो धर्म संसद में अपना भाषण दिया था। विडम्बना यह है कि 11 सितम्बर को ही वर्ष 2001 में इतिहास का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला हुआ
  •  स्वामी विवेकानंद ने भविष्यवाणी की थी कि वे 40 वर्ष की आयु प्राप्त नहीं कर सकेंगे उनकी यह बात तब सच साबित हो गई जब 4 जुलाई 1902 को उनकी मृत्यु 39 वर्ष की उम्र में ही हो गई
  •  उन्होने समाधि की अवस्था में अपने प्राण त्यागे उनके निधन की वजह तीसरी बार दिल का दौरा पड़ना था
  •  स्वामी जी 31 बीमारियों से ग्रसित थे
  •  उन्होंने 29 मई, 1897 को शशि भूषण घोष के नाम लिखे पत्र में कहा था कि मैं अपनी जिंदगी में कभी भी बिस्तर पर लेटते ही नहीं सो सका
  •  भारत में हर वर्ष स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है
  •  1984 में स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन 12 जनवरी को भारत सरकार ने राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया था
  •  उनके द्वारा लिखी गई चर्चित किताबें है- कर्म योग (1896), राज योग (1896), वेदांत शास्त्र (1896), कोलम्बो से अल्मोड़ा तक के भाषण (1897), भक्ति योग इत्यादि हैं

स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर जो प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रख कर बनाए गए हैं। यह उन विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी है जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है। यह प्रश्नोत्तरी एसएससी (SSC), यूपीएससी (UPSC), रेलवे (Railway), बैंकिंग (Banking) तथा अन्य परीक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है।

महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (FAQs):

  1. स्‍वामी विवेकानन्‍द के गुरू का नाम क्‍या था?  राम कृष्‍ण परमहंस 
  2. स्‍वामी विवेकानन्‍द के बचपन का नाम क्‍या था ?  नरेंद्र नाथ दत्‍त 
  3. स्‍वामी विवेकानन्‍द को स्‍वामी की उपा‍धि किसने दी थी?  राजा खेतडी ने  
  4. राष्‍ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है?  12  जनवरी

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Pushpendra Patel

दोस्तों आपकी तरह मै भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता हूँ। इस वेबसाइट के माध्यम से हम एसएससी , रेलवे , यूपीएससी, पुलिस इत्यादि परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों की सहायता कर रहे हैं ! हम इन्टरनेट पर ही उपलब्ध सामग्री को एक आसान रूप में आपके सामने प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं ! हमारा उद्देश्य उन सभी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी समाग्री उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीदने में दिक्कत होती हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, धन्यवाद.

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