ऑस्टियोपोरोसिस एक चिकित्सा स्थिति है जो हड्डियों को नाजुक और कमजोर बनाती है। हड्डी इतनी नाजुक हो जाती है कि गिरने, खांसने और झुकने जैसे हल्के तनाव भी गंभीर फैक्चर का कारण बन सकते हैं। आइये जानते हैं ऑस्टियोपोरोसिस के बारे में – what is osteoporosis disease?
ऑस्टियोपोरोसिस क्या है? (what is osteoporosis disease?)
- अस्थिसुषिरता या ऑस्टियोपोरोसिस हड्डी का एक रोग है जिससे फ़्रैक्चर का ख़तरा बढ़ जाता है
- ऑस्टियोपोरोसिस में अस्थि खनिज घनत्व (BMD) कम हो जाता है, अस्थि सूक्ष्म-संरचना विघटित होती है और अस्थि में असंग्रहित प्रोटीन की राशि और विविधता परिवर्तित होती है
- ऑस्टियोपोरोसिस की विशेषता हड्डियों के ऊतकों की ख़राबी है
- इस रोग में हड्डियां नाज़ुक एवं कमज़ोर हो जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप रीढ़ की हड्डी विशेषकर कूल्हे एवं कलाई के फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है
- महिलाओं को मुख्यतः 50 वर्ष की उम्र के बाद पुरुषों की तुलना में ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने का ख़तरा अधिक होता है
- विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियां टूटने का खतरा अधिक होता है
- ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं, जिससे इसके टूटने का खतरा बढ़ जाता है
- पीठ में दर्द, कद का छोटा पड़ना या आगे की तरफ झुक जाना इसके कुछ महत्वपूर्ण लक्षण हैं
- हड्डी रोग विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में दो करोड़ 60 लाख लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं, जिसमें 70% महिलाएं हैं
- रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजेन हार्मोन कम बनने लगता है, जिससे हड्डियों के कमज़ोर होने का खतरा बढ़ जाता है
- बच्चे को जन्म देने के दौरान भी महिलाओं में कैल्शियम की कमी हो जाती है, जिसकी भरपाई कर पाना अक्सर मुश्किल होता है
- विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस प्रतिवर्ष 20 अक्टूबर को मनाया जाता है
ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने वाले कारण – osteoporosis ke karan in hindi
- लिंग- यह रोग महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद अधिकांशत: पाया जाता हैं
- उम्र- ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने का ज़ोखिम 50 वर्ष की आयु से अधिक उम्र के लोगों को अधिक होता है
- परिवार का इतिहास- ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने वाले माता-पिता या भाई-बहनों के पारिवारिक सदस्यों में ऑस्टियोपोरोसिस के विकसित होने का ज़ोखिम अधिक होता हैं
- आहार संबंधी कारक- कम कैल्शियम एवं कम आहार का सेवन करना
- दवाएं- लंबे समय तक सेवन की जाने वाली दवाएं जैसे कि स्टेरॉइड
- जीवन-शैली कारक- अधिक बैठे रहने वाली/निष्क्रिय जीवनशैली, धूम्रपान एवं हद से ज़्यादा शराब का सेवन
ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त रोगी में लक्षण – osteoporosis ke lakshan in hindi
- समय के साथ लम्बाई में कमी।
- कूल्हे या रीढ़ की हड्डी का फ्रैक्चर।
- शरीर का झुकना/झुकाव।
रोकथाम के उपाय – osteoporosis roktham in hindi
- कैल्शियम और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि दूध, दही एवं हरी पत्तेदार सब्जियों से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करें
- प्राकृतिक धूप के संपर्क में रहें
- हड्डियों की क्षति को रोकने के लिए नियमित व्यायाम करें
- धूम्रपान एवं हद से ज़्यादा शराब का सेवन करने से बचें
- अपने आप को तनाव से राहत दिलाने वाली गतिविधियों जैसे कि योग एवं ध्यान में व्यस्त रखें
- अपने शरीर के वज़न, कैल्शियम एवं विटामिन डी के स्तर की नियमित जाँच रखें
what is osteoporosis disease
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