You are currently viewing Ravi Shankar Biography | पंडित रविशंकर की जीवनी

Ravi Shankar Biography | पंडित रविशंकर की जीवनी

प्लीज शेयर करें

Gk Skill की इस पोस्ट में पंडित रविशंकर (Ravi Shankar ) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस पोस्ट में दिए गए पंडित रविशंकर (Ravi Shankar ) से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी और आप इनके बारे में अपनी जानकारी बड़ा पाएंगे । Ravi Shankar Biography and Interesting Facts in Hindi.

पंडित रविशंकर की जीवनी (Ravi Shankar Biography ):-

पूरा नाम- पंडित रविशंकर

जन्म ( Born) -7 अप्रैल 1920

मृत्यु (Died) – 11 दिसंबर 2012

जन्म स्थान- वाराणसी, उत्तर प्रदेश

पिता – श्याम शंकर

पंडित रविशंकर (Ravi Shankar )

  • रवि शंकर विश्व में भारतीय शास्त्रीय संगीत की उत्कृष्टता के सबसे बड़े उदघोषक थे
  • एक सितार वादक के रूप में उन्होंने ख्याति अर्जित की
  • रवि शंकर और सितार मानो एक-दूसरे के लिए ही बने हों
  • वह इस सदी के सबसे महान् संगीतज्ञों में गिने जाते थे
  • रविशंकर को विदेशों में बहुत अधिक प्रसिद्धि प्राप्त हुई
  • रविशंकर के संगीत में एक प्रकार की आध्यात्मिक शान्ति प्राप्त होती है
  • पंडित रविशंकर का जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 7 अप्रैल 1920 को हुआ था
  • आपका आरंभिक जीवन काशी के पुनीत घाटों के पर ही बीता
  • पंडित रविशंकर का बचपन बहुत ही सुखद रहा
  • उनके पिता प्रतिष्ठित बैरिस्टर थे और राजघराने में उच्च पद पर कार्यरत थे
  • रविशंकर जब केवल दस वर्ष के थे तभी संगीत के प्रति उनका लगाव शुरू हुआ
  • पंडित रविशंकर ने बचपन में कला जगत् में प्रवेश एक नर्तक के रूप में किया
  • उन्होंने अपने बड़े भाई उदय शंकर के साथ कई नृत्य कार्यक्रम किये
  • इनकी आरंभिक संगीत शिक्षा घर पर ही हुई
  • उस समय के प्रसिद्ध संगीतकार और गुरु उस्ताद अलाउद्दीन ख़ां को इन्होंने अपना गुरु बनाया
  • अलाउद्दीन ख़ां जैसे अनुभवी गुरु की आँखों ने आप के भीतर छिपे संगीत प्रेम को पहचान लिया था उन्होंने आपको विधिवत अपना शिष्य बनाया
  • वह लंबे समय तक तबला वादक उस्ताद अल्ला रक्खा ख़ाँ, किशन महाराज और सरोद वादक उस्ताद अली अकबर ख़ान के साथ जुड़े रहे
  • अठारह वर्ष की उम्र में उन्होंने नृत्य छोड़कर सितार सीखना शुरू किया
  • रविशंकर संगीत की परम्परागत भारतीय शैली के अनुयायी थे उनकी अंगुलियाँ जब भी सितार पर गतिशील होती थी, सारा वातावरण झंकृत हो उठता था
  • अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर भारतीय संगीत को ससम्मान प्रतिष्ठित करने में उनका उल्लेखनीय योगदान है
  • उन्होंने कई नई-पुरानी संगीत रचनाओं को भी अपनी विशिष्ट शैली से सशक्त अभिव्यक्ति प्रदान की
  • पंडित रविशंकर ने पहला कार्यक्रम 10 साल की उम्र में दिया था
  • भारत में पंडित रविशंकर ने पहला कार्यक्रम 1939 में दिया था
  • देश के बाहर पहला कार्यक्रम उन्होंने 1954 में तत्कालीन सोवियत संघ में दिया था
  • यूरोप में पहला कार्यक्रम 1956 में दिया था
  • 1944 में औपचारिक शिक्षा समाप्त करने के बाद वह मुंबई चले गए और उन्होंने फ़िल्मों के लिए संगीत दिया
  • 1960 के दशक के मध्य में उन्होंने तीन यादगार प्रस्तुतियां मॉनटेरी पॉप फेस्टिवल, कंसर्ट फॉर बांग्लादेश, वुडस्टॉक फेस्टिवल दीं
  • वीटल्स के जॉर्ज हैरीसन ने उन्हें ‘विश्व संगीत का गॉडफादर’ बताया
  • पंडित शंकर का युवावस्था भाई उदय शंकर के नृत्य समूह के साथ यूरोप व भारत का दौरा करते हुए बीता
  • वर्ष 1944 में पढ़ाई पूरी करने के बाद पंडित रविशंकर ने संगीतकार के रूप में सत्यजीत रे के ‘अपू ट्रिलॉजी’ तथा रिचर्ड एटनबर्ग के ‘गांधी’ के लिए संगीत दिया
  • सर्वश्रेष्ठ मौलिक स्वरलिपि के लिए वर्ष 1983 में उन्हें जॉर्ज फेंटन के साथ ऑस्कर से नवाजा गया
  • उन्होंने वर्ष 1949 से 1956 के बीच नई दिल्ली में ऑल इंडिया रेडियो के संगीत निदेशक के रूप में भी काम किया
  • इसके बाद 1960 के दशक में वायलिन वादक येहुदी मेनुहिन तथा जॉर्ज हैरीसन के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत की शिक्षा तथा प्रस्तुति देकर इसे पश्चिम में लोकप्रिय बनाया
  • वर्ष 1986 से 1992 तक वह राज्यसभा के मनोनीत सदस्य रहे
  • उन्हें वर्ष 1999 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया
  • उन्हें तीन ग्रैमी अवार्ड मिल चुके हैं
  • उन्हें वर्ष 2013 के जर्मनी अवार्ड के लिए भी नामित किया गया था
  • पंडित रविशंकर वर्ष 2000 तक लगातार प्रस्तुति देते रहे
  • उन्होंने कई बार अपनी बेटी अनुष्का शंकर के साथ भी प्रस्तुति दी
  • 11 दिसंबर 2012 को पंडित रविशंकर का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया
  • अमेरिका में सैन डिएगो के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी

Related keyword – Ravi Shankar ka janm kab hua, Ravi Shankar Biography in Hindi, mother’s name of Ravi Shankar , Ravi Shankar in Hindi, Ravi Shankar koun the, Ravi Shankar father name, Ravi Shankar mother name, Ravi Shankar wife name, What were the names of mother and father of Ravi Shankar , When was Ravi Shankar born, Where was Ravi Shankar born, Ravi Shankar ki mrityu kab hui, Ravi Shankar ki jivani in hindi, Ravi Shankar ki kahani in hindi,

Join telegram for daily update – Gk Skill


प्लीज शेयर करें

Pushpendra Patel

दोस्तों आपकी तरह मै भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता हूँ। इस वेबसाइट के माध्यम से हम एसएससी , रेलवे , यूपीएससी, पुलिस इत्यादि परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों की सहायता कर रहे हैं ! हम इन्टरनेट पर ही उपलब्ध सामग्री को एक आसान रूप में आपके सामने प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं ! हमारा उद्देश्य उन सभी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी समाग्री उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीदने में दिक्कत होती हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, धन्यवाद.

Leave a Reply