Agar Malwa district important fact in Hindi: आगर मालवा जिला उज्जैन संभाग के अंतर्गत आता है ,आगर मालवा जिला मध्य प्रदेश का 51 वा जिला है। इसे 16 अगस्त 2013 को शाजापुर जिले से विभाजित करके गठित किया गया था आगर मालवा जिले में 4 तहसीलें हैं आगर ,बड़ौद, सुसनेर और नलखेड़ा
Agar Malwa district important fact in Hindi
- जनसंख्या की दृष्टि से मध्य प्रदेश का सबसे छोटा जिला आगर मालवा है ,इसकी जनसंख्या लगभग 273000 है।
- आगर मालवा जिले में 2 विधानसभा क्षेत्र आते हैं – आगर और सुसनेर।
- आगर मालवा जिले की सीमा राजस्थान राज्य को स्पर्श करती है तथा इसके समीपवर्ती जिलों में राजगढ़ शाजापुर एवं उज्जैन जिला आता है।
- इस जिले में प्रसिद्ध मां बगलामुखी माता का मंदिर है, यह आगर मालवा जिले के नलखेड़ा तहसील में स्थित है यह मंदिर महाभारत कालीन है।
- आगर मालवा जिले में भारत का पहला गो अभ्यारण्य स्थापित किया गया है ,यह गो अभ्यारण आगर मालवा जिले के सालरिया गांव में स्थापित किया गया है।
- मध्य प्रदेश शासन के द्वारा गठित पहली गौ कैबिनेट की प्रथम बैठक राष्ट्रीय गौ अभ्यारण्य सालरिया गांव में होना प्रस्तावित है।
- आगर मालवा जिले में संतरे की फसल के लिए उपयुक्त जलवायु पाई जाती है।
- इस जिले में मालवी एवं राजस्थानी संस्कृति का मिश्रण देखने को मिलता है।
- आगर मालवा जिले में बैजनाथ मंदिर स्थित है। यह, मंदिर प्राचीनतम मंदिरों में से एक है तथा यहां पर शाही सवारी का भी आयोजन किया जाता है।
- प्रसिद्ध भादवा माता मंदिर – नलखेड़ा
- आगर मालवा में ब्रिटिश कालीन सैनिक छावनी स्थिति थी, यहां पर ब्रिटिशर्स ने जो गार्डन बनाया था उसे आज भी कंपनी गार्डन के नाम से पहचाना जाता है,
- आगर मालवा जिले में बहने वाली नदियों में लखुंदर नेवज और चिलर नदी मुख्य है।
- आगर, अंग्रेज शासन काल में 1867 से लगाकर के सन 1904 तक भी जिला मुख्यालय था।
- आगर मालवा जिले का क्षेत्रफल 2785 वर्ग किलोमीटर है।
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अन्य जिलोंं के बारे में आप नीचे दिये गये नाम पर टच करके उस जिले के बारे में पढ़ सकते है
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