Gwalior Important Facts in Hindi: ग्वालियर मध्यप्रदेश के प्राचीन नगरों में से एक है गालव ऋषि की तपोभूमि होने के कारण इस शहर का नाम ग्वालियर पड़ा । ग्वालियर का प्राचीन नाम गोपांचल और गोपालगिरि मिलता है । आइये जानते हैं ग्वालियर के बारे में विशेष जानकारी
Gwalior Important Facts in Hindi
- ग्वालियर को तानसेन की नगरी उपनाम से भी जाना जाता है।
- मुरार एक सैनिक छावनी है मुरार में ही एक सूर्य मंदिर भी है जो कोणार्क सूर्य मंदिर के अनुरूप बना है।
- संगीत सम्राट तानसेन का मकबरा भी ग्वालियर में ही है
- महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि फूलबाग ग्वालियर में है
- ग्वालियर का किला किलों का रत्न (जिब्राल्टर ऑफ फोर्ट) कहलाता है इसकी स्थापना 5वीं सदी में राजा सूरजसेन ने की थी
- ग्वालियर में ही मोहम्मद गोस का मकबरा है
- ग्वालियर में एन सीसी का महिला प्रशिक्षण महाविद्यालय भी है
- घाटीगॉंव अभ्यारण्य जिसमे सोन चिडि़या का संरक्ष्ण किया जा रहा है ग्वालियर में ही है
- मध्यप्रदेश का पहला चिकित्सा महाविद्यालय गजराजे चिकित्सा महाविद्यालय 1946 में यही खोला गया था
- ग्वालियर में दियासलाई (माचिस) बनाने का कारखाना भी है
- ग्वालियर मध्यप्रदेश का राजस्व मुख्यालय है और यही पर मध्यप्रदेश का महालेखाकार का कार्यालय भी है
- उच्च न्यायलय की एक पीठ भी स्थित है
- तेली का मंदिर उत्तर भारत का एकमात्र द्रविड़ शैली में बना मंदिर है
- नगरीय अपशिष्ट से जैविम खाद बनाने का संयंत्र भी यहां पर है
- पीतल के बर्तन बनाने के कारखाने भी हैं
- इंदौर, जबलपुर और रीवा के बाद चौथा विशेष आर्थिक क्षेत्र ग्वालियर में है
- ग्वालियर में आकाशवाणी की स्थापना 1964 में की गई थी
- मध्यप्रदेश में गैस आधारित पहला विद्यतगृह ग्वालियर के निकट भांडेर में स्थित है
- माधव संगीत महाविद्यालय, शंकर संगीत महाविद्यालय और राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय भी यही है
- ग्वालियर के दर्शनीय स्थल – जयविलास पैलेस, सास बहू का मंदिर, तेली का मंदिर , मान मंदिर, मोती महल, गुजरी महल आदि
- मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा व्यापारिक मेला दिसंबर जनवरी में यही आयोजित होता है
- महारानी लक्ष्मी बाई शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय 1957 में ग्वालियर में स्थापित किया गया जो एशिया में प्रथम था
- ग्वालियर में सरोद घर स्थापित किया गया है जो उस्ताद हाफिज अली की याद में स्थापित किया गया है
- 1196 में ग्वालियर पर कुतुबुद्दीन ऐबक ने अधिकार कर लिया था
- ग्वालियर गुर्जर प्रतिहार, तोमर, तथा कछवाहा राजवंशो की राजधानी रहा है
- ग्वालियर संगीत के शहर के रूप में भी जाना जाता है तानसेन ग्वालियर के बेहट में पैदा हुए थे तानसेन समारोह ग्वालियर में हर साल आयोजित किया जाता है
- ग्वालिया का किला गोपालगंज नामक पर्वत पर स्थित है । किले के पहले राजा सूरजसेन थे इन्ही के नाम पर प्राचीन सूरज कुण्ड किले पर स्थित है
- ग्वालियर का घराना हिंदुस्तानी संगीत का सबसे प्राचीन घ्राना है इसके जन्मदाता नत्थन पीरबख्श को कहा जाता है
- ग्वालियर के डबरा में शक्कर कारखाना स्थित है
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